लॉकडाउन में शुक्रवार की सुबह महराजगंज के कोल्हुई क्षेत्र के बड़हरा शिवनाथ गांव में एक डीसीएम पहुंचा। तिरपाल व रस्सी से बंधे डीसीएम के आगे आवश्यक वस्तु का सूचना चस्पा किया गया था।। चालक व खलासी डीसीएम से नीचे उतरे हुए। कौतूहल बने डीसीएम को देख ग्रामीणों ने कोल्हुई पुलिस को सूचना दे दी। फौरन पुलिस डीसीएम के पास पहुंची।
- दो दिवसीय विराट कुश्ती दंगल आयोजन का हुआ शुभारंभ
- तीन दिवसीय खेल का समापन वार्षिकोत्सव के साथ हुआ समापन
- अधिकारीयों की लापरवाही से बिजली बिल एकमुश्त समाधान योजना की गति धीमी, जनता परेशान
- भारत स्काउट गाइड प्रशिक्षण का आज समापन
- स्काउट गाइड प्रशिक्षण से अनुशासन का होता है बोध
तिरपाल खुलवा कर देखा तो अंदर 49 लोग सवार मिले। पुलिस डीसीएम से ही सभी लेकर भागीरथी इंटरमीडिएट कालेज भागीरथपुर ले गई। वहां सभी को क्वारंटीन कराया गया। मेडिकल टीम भी पहुंच स्क्रीनिंग की। जलपान व भोजन का भी इंतजाम कराया गया।
35 लोग बड़हरा शिवनाथ के हैं निवासी
डीसीएम से पुणे से छिपते हुए आए 49 लोगों में से 35 बड़हरा शिवनाथ गांव के ही रहने वाले हैं। इनके अलावा गुजरवलिा शंकर मिश्र, बनैनिहा व भरवलिया गांव के तीन-तीन लोग हैं। सोनौली, चौक, परसामलिक व नौतनवा थानाक्षेत्र के भी एक-एक लोग डीसीएम से आए हैं। एक व्यक्ति नेपाल का रहने वाला है।
यह ठान कर निकले थे या तो घर जाएंगे या जेल
डीसीएम में सवार लोगों ने लॉकडाउन तोड़ पुणे से महराजगंज पहुंचने की वजह बेबसी बताया। कहा कि लॉकडाउन से काम-धंधा बंद हो गया। सरकार से कोई मदद नहीं मिल रही थी। राशन खत्म होने से धैर्य जवाब दे दिया। सभी यह ठान कर निकले कि रास्ते में नहीं पकड़े गए तो घर पहुंच जाएंगे। वहां अपनों के बीच क्वारंटीन में रहेंगे। भोजन तो मिलेगा। अगर पकड़े गए जेल जाएंगे।
सभी को भागीरथी कृषक इंटर कालेज भगीरथपुर में क्वारंटीन करा दिया गया है। मेडिकल टीम जांच-पड़ताल कर रही है।