खेलने-कूदने की उम्र में मासूमों की दिल की भयावह बीमारी ने अपने शिकंजे में ले लिया है।
खेलने-कूदने की उम्र में मासूमों की दिल की भयावह बीमारी ने अपने शिकंजे में ले लिया है। जिले के सिर्फ सदर ब्लॉक में ही 11 विद्यार्थियों के दिल में छेद मिला है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य टीम की जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। इस खबर ने परिजनों को अंदर तक हिला दिया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। इन सभी बच्चों का स्वास्थ्य विभाग के खर्चे पर लखनऊ में इलाज होगा। इसके लिए विभाग ने औपचारिकताएं पूरी करनी शुरू कर दी हैं। बीमार बच्चे दो से 14 वर्ष की उम्र के हैं।
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आंगनबाड़ी व नर्सरी से लेकर इंटर तक के विद्यार्थियों को स्वस्थ रखने की जिम्मेदारी राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम को दी गई है। इसके लिए शासन ने जिले के हर ब्लॉक में दो स्वास्थ्य टीमों का गठन किया है। हर टीम में दो डाक्टर, एक-एक आप्ट्रोमेट्रिस्ट, फिजियोथेरेपिस्ट और एएनएम शामिल हैं। ये टीम आंगनबाड़ी केंद्र व विद्यालय के बच्चों की स्वास्थ्य जांच के बाद उन्हें आयरन और कीड़े मारने की दवा उपलब्ध कराती है। स्वास्थ्य जांच के दौरान सदर ब्लॉक में तैनात स्वास्थ टीम के विद्यार्थियों के स्वास्थ्य जांच में अब तक 11 विद्यार्थियों में दिल में छेद की पुष्टि हुई है। इन विद्यार्थियों का स्वास्थ्य विभाग लखनऊ में निशुल्क इलाज कराएगा। इसके लिए अभिभावकों से कागजात तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
Source :- www.livehindustan.com