19 से 25 सितंबर तक इस बीमारी से 14 मासूम पीड़ित हो गए।
जिले में इंसेफेलाइटिस का कहर बदस्तूर जारी है। 19 से 25 सितंबर तक इस बीमारी से 14 मासूम पीड़ित हो गए। इसमें दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। जिला अस्पताल और बीआरडी मेडिकल कालेज के इंसेफेलाइटिस आईसीयू में भर्ती कर इनका इलाज चल रहा है। जिले में जनवरी से अब तक इंसेफेलाइटिस मरीजों की संख्या 118 हो गई है। इनमें इलाज के दौरान सात की मौत हो चुकी है।
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सदर कोतवाली क्षेत्र के रामपुरवा निवासी तमन्ना (7) को तेज बुखार के साथ झटका आने पर 23 सितंबर को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। इंसेफेलाइटिस का लक्षण देख डाक्टरों ने उसे इंसेफेलाइटिस आईसीयू में भर्ती कर दिया। तमन्ना की जांच में उसमें एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) की पुष्टि हुई है। इसी तरह निचलौल क्षेत्र के जयश्री निवासी सोनम (18 माह), इसी क्षेत्र के बढ़या फार्म निवासी सीता (2) और विशोखोर निवासी रानी (3) का इलाज जिला अस्पताल के इंसेफेलाइटिस आईसीयू में चल रहा है। जबकि इस बीमारी से गंभीर 10 पीड़ितों को जिला अस्पताल व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के इंसेफेलाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर से मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। मेडिकल कालेज के इंसेफेलाइटिस आईसीयू में इन पीड़ितों का इलाज चल रहा है।
बुखार के पीड़ितों से ओवरलोड ईटीसी
जिला अस्पताल दस बेड वाले इंसेफेलाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर(ईटीसी) आईसीयू बुखार से पीड़ित मासूमों से ओवरलोड हो गया है। दस बेड पर 23 पीड़ितों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।
इंसेफेलाइटिस से पीड़ित व मौत एक नजर
वर्ष पीड़ित मौत
2014 399 85
2015 334 56
2016 390 70
2017 437 68
2018 250 26
2019 118 07
इंसेफेलाइटिस पीड़ितों को त्वरित इलाज देने के लिए बाल रोग विशेषज्ञों को अलर्ट कर दिया गया है। सोनम और तमन्ना की हालत नाजुक बनी है। डाक्टरों की टीम लगी है।