घुघली/महाराजगंज : घुघली थाना क्षेत्र के विश्वनाथपुर गांव की माया देवी की केले की फसल नष्ट कर दी गई, गाली-गलौज हुई और जान से मारने की धमकी भी मिली। इसके बावजूद घुघली पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। पीड़िता दो महीने से थाने के चक्कर काट रही है, लेकिन पुलिस हर बार यही कहती है जब दिखेगा, तब पकड़ेंगे यह लापरवाही नहीं, बल्कि कानून व्यवस्था की खुली उपेक्षा है।
मालूम हो कि 2 मई 2025 की सुबह माया देवी जब अपने खेत गईं तो उन्होंने देखा कि उनके 14-15 केले के पेड़ काट दिए गए हैं। यह दृश्य देखकर वह सदमे में आ गईं। जब वह घर आकर इस नुकसान पर दुःख प्रकट कर रही थीं, तभी उनके ही गांव के दबंग पड़ोसी ने उनके साथ जमकर गाली-गलौज की और खुलेआम धमकी दी,अभी पेड़ काटा है, अब तुम लोगों को भी काट दूंगा।डरी-सहमी माया देवी ने तत्काल डायल 112 पर कॉल कर पुलिस बुलवाई। पुलिस मौके पर आई, थोड़ी देर शांति का नाटक किया और चली गई। इसके बाद से माया देवी कई बार घुघली थाने गईं, शिकायती पत्र दिए, सुरक्षा की गुहार लगाई, लेकिन हर बार पुलिस की ओर से एक ही रटा-रटाया जवाब मिला आरोपी नहीं मिला है, जब मिलेगा, तब कार्रवाई करेंगे क्या पुलिस की जिम्मेदारी सिर्फ शिकायत सुनना है?
आरोपी खुलेआम गांव में घूम रहा है और पुलिस उसे ‘गायब’ बता रही है। माया देवी का आरोप है कि पुलिस जानबूझकर मामले को दबा रही है क्योंकि आरोपी गांव का दबंग है और संभवतः राजनीतिक या पैसे के दम पर पुलिस पर प्रभाव डाल रहा है। पीड़िता और उसका परिवार अब खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों में भी पुलिस की इस निष्क्रियता को लेकर गुस्सा है। लोगों का कहना है कि अगर यही रवैया रहा तो ग्रामीणों का पुलिस और कानून में से विश्वास उठ जाएगा।अब सवाल उठता है कि क्या महराजगंज पुलिस किसी बड़ी वारदात के इंतजार में है? क्या किसी की हत्या होने के बाद ही कानून जागेगा जब एक महिला को दो महीने तक इंसाफ नहीं मिल रहा, तब आम जनता की सुरक्षा की उम्मीद करना बेमानी लगता है। आला अफसरों को इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप कर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, वरना यह मामला प्रशासन के चेहरे पर एक और काला धब्बा साबित होगा।