खड्डा तहसील क्षेत्र के ग्राम लक्ष्मीपुर पड़रहवा के समीप से होकर बहने वाली गंडक नदी पर बिराभार स्थान के समीप बना हुवा ठोकर के आस पास से बड़े पैमाने पर बालू खनन करके उसे अधिक दामों पर बेचा जा रहा है।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार ठेकेदार के द्वारा मौके पर ही पच्चीस सौ रुपये ले लिया जा रहा है तथा उसी बालू को मार्केट में या किसी जरूरतमंद को लगभग छह या सात हजार रुपये प्रति ट्रॉली पर बेच दिया जा रहा है। इतने अधिक बढ़ते हुवे बालू के दामों से क्षेत्र में हाहाकार मचा हुआ है तो वहीं उक्त स्थान से निकल रहे इस बालू से खड्डा क्षेत्र का सबसे बड़ा ठोकर वीराभार कमजोर होता जा रहा है।
बाढ़ खंड खड्डा के अधिशासी अभियंता ने बताया कि बीराभार ठोकर के पास से ट्रेक्टर ट्रालियों से हो रहे बालू खनन से बांध को बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है। जिसका सूचना विभाग को पत्राचार मेरे द्वारा दे दिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि इस बालू खनन कार्य शुरू होने से पहले हमारे विभाग से नोड्यूज़ नहीं लिया गया है।
वही खड्डा नगर व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों ने कहा कि सांसद और विधायक इसी क्षेत्र के होने के बाद भी बालू छह से सात हजार रुपये प्रति ट्रॉली मिल रहा है, लोगों ने बालू के दामों को घटाकर कम रेट पर उपलब्ध कराने की मांग की है। बालू के बढ़े हुवे दामों से लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है। जिलाधिकारी कुशीनगर ने भी खनन विभाग को अगाह किया है कि बांध को किसी भी प्रकार की क्षति नहीं होना चाहिए।
वर्तमान समय मे यदि देखा जाए तो जिलाधिकारी महोदय के उक्त आदेश का खुला उल्लंघन होने से सरकारी कार्यों पर भी प्रश्न चिन्ह उठ रहा है।
वही बालू खनन के ढुलाई में लगे ट्रैक्टर ट्राली के मालिकों ने बताया कि ठेकेदार के द्वारा हम लोगों से मौके पर ही पच्चीस सौ रुपये ले लिया जा रहा है। जिससे हम लोग अधिक दामो पर बालू बेच रहे थे। इन मालिकों ने कहा कि यदि ठेकेदार हमे कम रेट पर बालू दे तो हम भी कम रेट पर लोगों को बालू उपलब्ध करा देंगे।