सोमवार को जवाहर लाल नेहरू पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज खेल मैदान में एंबुलेंस खड़ी कर चालकों ने विरोध जताया।
महराजगंज। बेवजह निकले जाने समेत सात मांगों को लेकर 102 और 108 एंबुलेंस सेवा ठप कर एंबुलेंस चालकों ने रविवार रात 12 बजे से बेमियादी हड़ताल पर चले गए। सोमवार को जवाहर लाल नेहरू पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज खेल मैदान में एंबुलेंस खड़ी कर चालकों ने विरोध जताया। ऐसे में मरीजों को निजी साधनों से अस्पताल पहुंचना पड़ा। सभी एंबुलेंस चालकों ने कहा कि समस्याओं का समाधान करने लिए विभाग की ओर से कारगर कार्रवाई नहीं की जा रही है। एंबुलेंस चालकों की हडताल से मरीजों को परेशानी हुई। कई मरीजों को निजी साधन से अस्पताल पहुंचाया गया। सीएमओ ने बताया कि सेवा प्रदाता एजेंसी से वार्ता की जा रही है।
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जल्दी ही समस्या का समाधान हो जाएगा।
एंबुलेंस चालक संघ के जिलाध्यक्ष अभिषेक चौरसिया ने कहा कि 102 और 108 एंबुलेंस के माध्यम से मरीजों को त्वरित सुविधा दी जाती है। इसमें कार्यरत कर्मचारी सरकार द्वारा अनुबंधित एक निजी कंपनी द्वारा रखे जाते हैं। संबंधित कंपनी द्वारा कर्मचारियों को शोषण किया जा रहा है। अगर एंबुलेंस चालक समस्याओं को लेकर वार्ता करना चाहते हैं तो संबंधित कंपनी द्वारा निकालने की धमकी दी जाती है। उन्होंने कहा कि जिन कर्मचारियों को बिना कारण बताए निकाला दिया गया है उनकी सेवा बहाल की जाए। ईएमटी व पायलट से प्रशिक्षण के नाम पर लिए जाने वाले डीडी को बंद किया जाए। कर्मचारियों को पीएफ ईएसआई की सुविधा नहीं मिल रही है। संगठन की ओर से मांग की जा रही है कि पूर्व की तरह ही कार्य लिया जाए। कर्मचारियों को निर्धारित आठ घंटे से अधिक कार्य का ओवर टाइम दिया जाए। वर्ष 2014 से तैनात कर्मचारियों को निर्धारित वेतन वृद्धि की जाए। इस मौके पर संगठन के सूर्यनारायण पांडेय, लोकेश, अरविंद पांडेय, मंजूर हसन, सोहनलाल, विद्या गिरी, धमेंद्र यादव, संतराम आदि मौजूद रहे।
कोई आटो से तो कोई बाइक पहुंचा अस्पताल
महराजगंज। जिले में 108, 102 नंबर एंबुलेंस एवं एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस की संख्या 65 है। हड़ताल के वजह से मरीजों को अस्पताल पहुंचने में परेशानी हुई। कोई आटो या कोई बाइक से जिला अस्पताल पहुंचे। रूधौली गांव के अभय ने बताया कि बहन आरूषी की तबियत अचानक खराब हो गई। 108 पर काल करने पर कोई उत्तर नहीं मिलने पर आटो से बहन को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। वहीं महदेवा गांव के अदालत ने बताया कि पत्नी मालती की तबियत खराब होने पर 108 नंबर की सेवा के लिए काई बार फोन किया, लेकिन कोई आश्वासन नहीं मिलने पर बाइक से ही अस्पताल पहुंचा। पकडी नौनियां गांव के अजयनंद वर्मा ने बताया कि डेढ़ साल के बेटे अमन वर्मा की तबियत खराब हुई तो एंबुलेंस की सेवा नहीं मिली। दूसरे सहयोग से बाइक से लेकर बच्चे को अस्पताल पहुंचा। इसी तरह से अन्य मरीजों के परिजनों ने अपनी समस्या को बयां किया। डिप्टी सीएमओ डॉ. आई ए अंसारी ने बताया कि सेवा प्रदाता एजेंसी ने बात चीत चल रही है। जल्दी ही समस्या का समाधान हो जाएगा। एंबुलेंस नहीं चलने से मरीजों को परेशानी हुई है।
करीब 500 मरीजों को अस्पताल पहुंचने में हुई दिक्कत
आंकड़ों पर गौर करें तो एंबुलेंस सेवा ठप होने से लगभग 650 मरीज घर से अस्पताल और पीएचसी व सीएचसी से रेफर होने के बाद जिला अस्पताल तक पहुंचने में कठिनाई झेलनी पड़ी। सभी मरीजों को अस्पताल पहुंचने में दुश्वारियां झेलनी पडी।
Source :- www.amarujala.com