दीवानी न्यायालय फरेंदा में सोमवार को एक अतिरिक्त न्यायालय व आवास का लोकार्पण
फरेंदा(महराजगंज)। दीवानी न्यायालय फरेंदा में सोमवार को एक अतिरिक्त न्यायालय व आवास का लोकार्पण इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति व महराजगंज जिले के प्रशासनिक न्यायमूर्ति रामसूरत मौर्य ने विधि-विधान से किया। इस दौरान जनपद न्यायाधीश संजय कुमार डे, अपर जनपद न्यायाधीश तृतीय विश्वम्भर प्रसाद, सीजेएम महराजगंज छांगुर प्रसाद व सिविल जज जूनियर डिवीजन गौरव प्रकाश मौजूद रहे।
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20 अप्रैल-1990 को फरेन्दा में दीवानी न्यायालय शुरू हुई थी। मात्र एक न्यायालय होने के कारण यहां पर मुकदमों की संख्या लगभग 32 हजार के आसपास हो गयी थी। सिविल बार फरेन्दा द्वारा पिछले कई वर्षों से एक और न्यायालय की मांग की जा रही थी। सोमवार को यह सपना साकार हुआ और एक और अतिरिक्त न्यायालय की स्थापना के बाद न्यायमूर्ति ने उसका उद्घाटन भी किया। कार्यक्रम के शुरुआत में आवास व न्यायालय में विधि-विधान से पूजन का कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम के बाद सिविल बार फरेन्दा के अध्यक्ष अरविन्द कुमार मिश्र व मंत्री शैलेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने न्यायमूर्ति रामसूरत मौर्य को भगवान बुद्ध की प्रतिमा देते हुये उनका स्वागत किया। बातचीत के दौरान अध्यक्ष व मंत्री ने न्यायालय के विस्तारीकरण के लिए प्रस्तावित 10 एकड़ जमीन की चर्चा की, जिस पर न्यायामूर्ति ने बताया कि शासन स्तर से कार्रवाई हो रही है। इस दौरान ज्वाला मणि त्रिपाठी, ओम प्रकाश पाण्डेय डीएन मिश्र, स्कन्द कुमार श्रीवास्तव, एसएम श्रीवास्तव, राम सहाय गुप्ता, प्रेम कुमार सिंह, दिनेश श्रीवास्तव, समशाद अली, शम्भूनाथ यादव, उदय शंकर चौरसिया, ओमकार मौर्य, हिदायतुल्लाह खान, सतीश द्विवेदी, अतुल श्रीवास्तव व राजू गुप्ता आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।29 वर्ष बाद एक और न्यायालय मिलने पर अधिवक्ताओं ने मनाया जश्नफरेन्दा दीवानी न्यायालय में मुकदमों की बढती हुई तादात के कारण निस्तारण में देरी से वादकारी, अधिवक्ता व न्यायालय सभी पक्ष चिंतित थे। सोमवार को एक और न्यायालय मिलने से अधिवक्ताओं की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। अधिवक्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशियां मनाई।
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