सऊदी अरब के मक्का-मदीना से ज्यादा कठिन रोजे भारतीयों के हैं।
सऊदी अरब के मक्का-मदीना से ज्यादा कठिन रोजे भारतीयों के हैं। इसकी वजह दिन का तापमान और रोजे की अवधि है। भारत के कई शहरों में दिन का तापमान 40 के ऊपर है जबकि मक्का-मदीना में यह 36 डिग्री है। वहीं, रोजे की अवधि सऊदी अरब में करीब 14.30 घंटे है तो भारत में यह15 घंटे है।
- अवैध तमंचा के साथ युवक गिरफ्तार , पुलिस ने भेजा जेल
- अधिकारियों ने संवेदनशील छठ घाट का निरीक्षण कर दिया आवश्यक दिशा निर्देश
- दंगा नियंत्रण अभियान में जुटी सात थानो की पुलिस
- दीपावली और छठ पर्व को लेकर आज सोनौली बार्डर पर पुलिसकर्मियों ने किया फ्लैग मार्च
- गैरुल निशा कॉलेज में सड़क सुरक्षा जागरूकता
कड़ा इम्तिहान : 7 मई को रमजान शुरू होने के बाद से ही तापमान 40 से 45 के बीच बना हुआ है। दिल्ली, रायपुर, पटना, कानपुर, अहमदाबाद में दिन में चिलचिलाती धूप हो रही है।
15 साल से कठिन : हर वर्ष रोजे 10 दिन पीछे आ जाते हैं। यानी अगले साल अप्रैल के अंतिम हफ्ते में रोजे की शुरुआत होगी। इस प्रकार गत 15 साल से रोजे गर्मी के मौसम में पड़ रहे हैं जिसमें रोजे की अवधि भी लंबी होती है।
पाक का यही हाल : इथोपिया, लीबिया, सूडान, ओमान, इराक जैसे देशों को गर्म माना जाता हैं पर यहां भी तापमान कम है। जबकि भारत, पाक और बांग्लादेश गर्म हैं।
इस साल रूस में रोजे की सबसे अधिक अवधि है। यहां के मुरमंस्क में 20.45 घंटे का रोजा है। हालांकि यहां पर तापमान अधिकतम 10 डिग्री के करीब है। इसकी वजह से रोजेदारों के लिए थोड़ी राहत मिलती है।
शहर अधिकतम तापमान
मक्का-34
मदीना-39
दिल्ली-0.3
दुबई-37
बगदाद-36
पटना-43
Source :- www.livehindustan.com