बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) जल्द लखनऊ आने वाली हैं। उनके आने से पहले तैयारियां शुरू हो गई हैं। मायावती का लखनऊ आना इस बार काफी अहम माना जा रहा है। वह पदाधिकारियों के साथ जहां संगठन विस्तार की समीक्षा करेंगी, वहीं लोकसभा चुनाव (Loksabha elections 2019) के लिए होने वाले गठबंधन पर भी विचार-विमर्श कर सकती हैं। इतना ही नहीं गठबंधन को लेकर उनके द्वारा कोई बड़ा बयान देने की संभावना जताई जा रही है।
लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां शुरू हो गई हैं। भाजपा के खिलाफ होने वाले गठबंधन पर सभी की नजरें लगी हैं। बिहार में गठबंधन की स्थिति साफ होने के बाद अब यूपी की बारी है। गठबंधन में बसपा या कहें तो मायावती का अहम रोल होगा। सपा मुखिया अखिलेश यादव भले ही गठबंधन को लेकर खुलकर बोल रहे हैं, लेकिन मायावती की तरफ से इस पर साफ-साफ कुछ भी नहीं कहा गया है। इसलिए मायावती का इस बार लखनऊ आना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वह जल्द ही लखनऊ आने वाली हैं। वह गठबंधन पर कितना स्थिति साफ करती हैं ये तो समय बताएगा, लेकिन सभी दलों की निगाहें मायावती पर लगी हुई हैं।
तैयारियां शुरू हुईं
मायावती के आने से पहले उनका बंगला नौ माल एवेन्यू को सजाया संवारा जा रहा है। काफी संख्या में मजदूरों को लगाकर साफ-सफाई कराई जा रही है। मायावती का जन्मदिन भी इसी माह 15 तारीख को है। जन्मदिन के मौके पर अमूमन मायावती लखनऊ ही रहती हैं। पार्टी स्तर पर उनके जन्मदिन की तैयारियां भी की जा रही हैं। देखना होगा कि मायावती इस बार जन्मदिन के मौके पर संगठन के लोगों को क्या संदेश देती हैं।
लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ होने वाले गठबंधन में कौन-कौन साझीदार होगा? यह अभी तक पूरी तरह से साफ नहीं है। बयानबाजी के आधार पर देखा जाए तो सिर्फ बसपा-सपा गठबंधन के बड़े साझीदार बनते हुए दिखाई दे रहे हैं। लोकसभा उप चुनाव में गोरखपुर व कैराना सीट जितने वाली निषाद पार्टी और रालोद की स्थिति गठबंधन में क्या बनती है? यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है। गठबंधन में कांग्रेस को लेकर भी तस्वीर साफ होनी बाकी है।
Sources : Livehindustan.com