सीमा पर आवश्यक सेवाओं के सुचारु रूप से संचालन पर जोर दिया गया।
महराजगंज: कोरोना संक्रमण की रोकथाम व सीमा पर सामान्य स्थिति बनाने के लिए गुरुवार को नेपाल के भैरहवा में भारत व नेपाल के अधिकारियों के बीच समन्वय बैठक हुई। इस दौरान सीमा पर आवश्यक सेवाओं के सुचारु रूप से संचालन पर जोर दिया गया। अब दोनों देशों के नागरिक एक दूसरे देश में इलाज के लिए आवागमन कर सकेंगे। साथ ही दिल्ली के तब्लीगी मरकज में शामिल हुए लोगों को चिन्हित कर उनको क्वारंटाइन कराने पर भी जोर दिया गया।
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भैरहवा भंसार कार्यालय में आयोजित बैठक में महराजगंज के जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार, पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान और नेपाल के रुपनदेही के सीडीओ महादेव पंत व एसपी तेजप्रताप ने संयुक्त रूप से निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात दिल्ली से लौटे मौलवियों को क्वारंटाइन कराए जाने, मालवाहक ट्रकों व एंबुलेंस के आवागमन पर चर्चा की। बैठक में यह तय हुआ कि सीमा से सटे लोग अपने दवा व इलाज के लिए दोनों देशों का रुख करते हैं।
ऐसे में सीमा पर किसी भी इमरजेंसी सेवा को न रोका जाए। बैठक में दोनों देशों में बड़ी संख्या में रोके गए भारतीय व नेपाली लोगों के बारे में भी चर्चा की गई। सहमति बनी कि इन लोगों को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो। दोनों देशों के अधिकारी अपने नागरिकों का हाल जानने आ सकते हैं। बैठक में सीएमओ अशोक कुमार श्रीवास्तव, 22 वीं वाहिनी एसएसबी कमांडेंट मनोज कुमार सिंह, 66 वीं वाहिनी के उपसेनानायक जीतलाल, एसडीएम नौतनवा जसधीर सिंह, सीओ राजू कुमार साव, प्रभारी निरीक्षक निर्भय सिंह, चौकी प्रभारी अशोक कुमार व नेपाल की तरफ से कस्टम चीफ कमल भट्टराई, इंस्पेक्टर बेलहिया ईश्वरी अधिकारी आदि मौजूद रहे।