Friday, April 19, 2024
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जुलाई मे 1.16 लाख करोड़ पहुचा जीएसटी संग्रह का आकड़ा

विगत जुलाई 20 के सापेक्ष जुलाई 21में 33 प्रतिशत की हुई बढोत्तरी



महराजगंज

दबंग भारत न्यूज़ – कोरोना के मुश्किल दौर के बीच जीएसटी संग्रह में बड़ी वृद्धि हुई है।केन्द्रीय वित्त मंत्रालय सफलता की ओर तेजी से बढ रहा है।जीएसटी संग्रह मे बढोत्तरी देश की अर्थव्यस्था को सुदृढ करने का द्वार खोल रहे है। वित्त मंत्रालय ने जुलाई के जीएसटी राजस्व के आकड़े प्रस्तुत किये।केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने जीएसटी संग्रह का आकड़ा साझा कर जुलाई 21 में 116393करोड़ राजस्व एकत्रित करने की जानकारी दी।जुलाई 21 में संग्रह जीएसटी विगत जुलाई20मे संग्रह जीएसटी से 33 प्रतिशत अधिक है।
केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने गुड्स एंड सर्विस टैक्स संग्रह में विभिन्न प्रदेशो का आकड़ा और वृद्धि दर शेयर किया है।जीएसटी संग्रह के आकड़ो पर गौर करे तो सबसे अधिक 95 प्रतिशत ग्रोथ लद्दाख का है।इसके अलावा दादर नागर हवेली का ग्रोथ 74 प्रतिशत अरुणाचंल प्रदेश का69प्रतिशत,झारखंड व उड़ीसा का 54 हरियाणा का 53 महाराष्ट्र का 51 मणिपुर का 48,जम्मू कश्मीर व दिल्ली 45 तमिलनाडु व गुजरात का 26 प्रतिशत ग्रोथ हुआ है।विगत वर्ष जुलाई 20 से इस साल जुलाई 21में 33प्रतिशत अधिक कर संग्रह हुआ है।जुलाई 21 मे सकल जीएसटी राजस्व 116393 करोड़ रुपये में केन्द्रीय जीएसटी 22197 करोड़ राज्य जीएसटी 28541 करोड़ एकीकृत जीएसटी 57864 करोड़ ₹तथा 7790₹ उपकर है। जानकारो की माने तो जीएसटी राजस्व आकड़े देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने मे अहम साबित होंगे।वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी द्वारा शेयर जीएसटी संग्रह की उपलब्धि पर सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया, नपा अध्यक्ष कृष्णगोपाल जायसवाल,भाजपा अध्यक्ष परदेशी रविदास रविकांत पटेल लालचंद चौधरी अजय श्रीवास्तव अमरनाथ पटेल गौतम तिवारी संजीव शुक्ल ओम प्रकाश पाडेय बैजनाथ पटेल आदि लोगो खुशी व्यक्त की।

अर्थव्यवस्था को मिलेगी मजबूतीःसीए पुष्पेन्द्र पटेल


जीएसटी संग्रह में विगत वर्ष जुलाई 20 के सापेक्ष इस वर्ष जुलाई 21 में 33 प्रतिशत की वृद्धि पर जनपद के चार्टेड एकाउटेंट पुष्पेन्द्र पटेल का कहना है कि कोरोना काल जैसे विषम परिस्थितियों में गुड एंड सर्विस टैक्स में बढोत्तरी बड़ी उपलब्धि है और यह देश के विकास के लिए अच्छा संकेत है।सीए पुष्पेद्र ने जुलाई 21में जीएसटी संग्रह के सम्बंध मे कहा कि इस वर्तमान वित्तीय वर्ष में जुलाई माह का संग्रह दूसरा सबसे बड़ा संग्रह है।इससे पहले अप्रैल में 1.41 करोड़ का राजस्व संग्रह था।कोविड के पहले लहर के बाद लगातार 8महिनो तक एक लाख करोड़ से ऊपर संग्रह रहने के बाद पहली बार जून में यह आकड़ा एक लाख करोड़ से घटकर 92849 करोड़ रह गया था।इस यह मुख्य कारण मई माह कोरोना का दूसरे लहर का प्रभाव था।कोरोना के दूसरे लहर में काफी कुछ व्यवसाय बंद करना पड़ा था लेकिन धीरे धीरे जैसे जैसे लाकडाउन मे ढील दी गयी और व्यवसाय खोले गए,मात्र एक माह 1.16 करोड़ का आकड़ा तय करना अपने आप में बड़ी उपलब्धि है।जो अर्थव्यवस्था को रिकवर करने मे काफी प्रभावी साबित होगा।आने वाले महिनो में अगर तीसरी लहर को यदि हम रोक पाने में सफल रहते है तो यह आकड़ा बढेगा और देश की अर्थव्यवस्था को काफी मजबूती देगा।

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