लोकप्रिय तमिल अभिनेता रजनीकांत ने रविवार को घोषणा की कि रजनी मक्कल मंडरम (फैंस क्लब) आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगा।
लोकप्रिय तमिल अभिनेता रजनीकांत ने रविवार को घोषणा की कि रजनी मक्कल मंडरम (फैंस क्लब) आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगा। रजनीकांत बहुत पहले राजनीति में आने की पुष्टि कर चुके हैं, लेकिन उन्होंने अब तक अपनी राजनीतिक पार्टी को लॉन्च नहीं किया है।
- नवागत अधिशासी अधिकारी अवनीश यादव ने किया कार्यभार ग्रहण
- अवैध ढंग से पोखरी में खनन कर रही जेसीबी को पुलिस ने पकड़ा
- वार्षिक परीक्षा मेधावियों को मिला सम्मान खिले चेहरे
- जिलाधिकारी द्वारा की गयी रबी विपणन वर्ष हेतु गेहूं खरीद के संदर्भ में समीक्षा
- आग लगने से 50 एकड़ से अधिक फसल जल कर राख
उन्होंने मंडरम के जिला पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद जारी बयान में कहा कि वह आगामी चुनाव में किसी पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य केवल तमिलनाडु विधानसभा चुनाव पर है। उन्होंने अपने प्रशंसकों को सलाह दी कि वे लोकसभा चुनाव में उसी पार्टी को वोट दें, जो राज्य में एक स्थिर सरकार देने के साथ ही राज्य की जल समस्या को स्थाई हल निकाल सके।
रजनीकांत ने सभी राजनीतिक दलों से चुनाव प्रचार के दौरान उनका और मंडरम का नाम, तस्वीर और ध्वज का उपयोग नहीं करने की भी अपील की।
आपको बता दें कि एमजी रामचंद्रन ने मुख्यमंत्री बनने से पहले कांग्रेस और डीएमके में 24-25 साल का सफर तय किया। रजनीकांत पर एक चैनल ने सर्वे कराया था, जिसमें उन्हें 16 फीसदी लोगों का समर्थन दिखा। एमजीआर और जया को 35-57 फीसदी तक वोट मिलते रहे हैं।
रजनीकांत के फिल्मी समर्थकों की तादाद कम नहीं है लेकिन चुनाव में द्रविड़ मुद्दा हावी रहता है। मैसूर में मराठी परिवार में जन्मे रजनी के लिए द्रविड़ राजनीति का विकल्प बनना कठिन है। वहां रामचंद्रन समेत कई दूसरे राज्यों से तमिलनाडु आकर बसे नेता सीएम बने हैं लेकिन वे सभी तमिल थे। राज्य में कांग्रेस खस्ताहाल है तो भाजपा शुरूआत के लिए जगह तलाश रही है।
Source :- livehindustan.com