सिंचाई शोध संस्थान रुड़की ने बनाया कम्प्यूटराइज बैराज का माडल

नौतनवा ब्लाक के रतनपुर रोहिन नदी पर बैराज निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। इसके लिए 147 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी मिली है। कम्प्यूराइज बैराज का माडल सिंचाई शोध संस्थान रुड़की ने पास की है। रुड़की से आई रिपोर्ट व बैराज का नक्शा केन्द्रीय परिकल्प निदेशालय लखनऊ में जमा करा दिया गया है। टेंडर की प्रक्रिया शुरू करने के लिए सोमवार को सिंचाई विभाग ने बैराज का साइड क्लीयर करने के लिए पुराने पिलरों को तोड़ने का कार्य शुरू कर दिया।
बजट मिलते ही बैराज निर्माण कार्य शुरू होगा। इस बैराज का निर्माण होने से जहां क्षेत्र के चार दर्जन गांव के खेत को भरपूर पानी मिलेगा। वहीं यहां की माटी सोना उगलनी शुरू कर देगी। तकरीबन 17 साल की कड़ी मशक्कत के बाद शासन द्वारा रोहिन नदी बैराज निर्माण के लिए 147 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली है।
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सिंचाई शोध संस्थान रुड़की ने बनाया कम्प्यूटराइज बैराज का माडल
सिंचाई शोध संस्थान रुड़की ने कम्प्यूटराइज बैराज का माडल बनाया है। ओटोमैटिक बैराज में सात फाटक होंगे। माडल के निर्माण में सिंचाई विभाग ने 34 लाख रुपए का भुगतान किया है। इस बैराज से 37157 क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज होगा। बैराज से 110 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज होकर रोहिन के छह नहरों में जाएगा। इससे 50 गांव के खेत की सिंचाई आसान हो जाएगी।
4 हजार हेक्टेयर खेत की होगी सिंचाई
भगवानपुर। रोहिन बैराज के निर्माण से 4 हजार हेक्टेयर खेत की सिंचाई आसान होगी। रतनपुर, कोहड़वल, परसा, सिरसिया, सिंहपुर, विशुनपुरवा, बेलहिया, गनेशपुर, रमगढ़वा, खोरिया, सोनपिपरी, दुर्गापुर, बेनीपुर, हथिअहवा, महल नगर, परोसनपुर, मरचहवा, कड़जहिया, चंदनपुर, कैथवलिया, लोहरपुरवा, सोनवल, चरखा, गोसहिया, बेलवा, बकैनिया, सजरवा, देवपुर, बसावनपुर, मठिया, सूरजपुरवा, रामनगर, हनुमानमठिया, धोतिअहवा, अजगरहा के किसानों में खुशहाली आएगी।
रोहिन नहरों में मिलेगा भरपूर पानी
नौतनवा-लक्ष्मीपुर ब्लाक क्षेत्र के 17.19 किमी, दुर्गापुर माइनर 5.13 किमी, रामनगर राजवाहा 9.355 किमी, अजगरहा माइनर 3.161 किमी, सिसवा माइनर 3.363 किमी, 6.437 किमी बेलवा माइनर में भरपूर पानी मिलेगा।
सिंचाई शोध संस्थान रुड़की ने कम्प्यूटराइज बैराज का माडल पास किया है। रुड़की से आई रिपोर्ट व नक्शा केन्द्रीय परिकल्प निदेशालय लखनऊ में जमा कर दिया गया है। टेंडर की प्रक्रिया शुरू करने के लिए रविवार को बैराज का साइड क्लीयर करने के लिए पुराने पिलरों को तोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है। बजट मिलते ही टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।