महराजगंज
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देशानुसार महारानी अहिल्याबाई होल्कर की जयंती जिला समाजवादी पार्टी कार्यालय पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मनाया गया।
होल्कर वंश के संस्थापक, इंदौर के महाराजा श्रीमंत मल्हार राव होल्कर की पुत्रवधू एवं मालवा राज्य की कुशल व लोकप्रिय प्रशासिका, उदारता, न्यायप्रियता, धार्मिक सद्भावना तथा धार्मिक परायणता के लिए प्रसिद्ध जिन्हें आदर पूर्वक ‘माँ साहिब’ कहकर संबोधित किया जाता है। महारानी अहिल्याबाई होल्कर की जयंती आज पार्टी कार्यालय महराजगंज पर जिलाध्यक्ष आमिर हुसैन की अध्यक्षता में धूम धाम से सामाजिक दूरी को ध्यान में रखते हुए मनाया गया।
वही चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष आमिर हुसैन ने कहा कि अहिल्याबाई का जन्म अहमदनगर के जामखेड में चौंढी गांव में 31 मई सन् 1725 को हुआ था। अहिल्याबाई होल्कर एक शिक्षित महिला थीं।उन्होंने कई साल इंदौर शहर पर राज किया और एक सफल प्रशासक के रूप में जानी गईं। माँ साहिब को हमेशा से एक बहादुर, आत्मनिष्ठ, निडर महिला के रूप में याद किया जाता है।ये अपने समय की सर्वश्रेष्ठ योद्धा रानियों में से एक थीं,जो अपनी प्रजा की रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहती थीं।इतना ही नहीं उनके शासन काल में मराठा मालवा साम्राज्य ने काफी ज्यादा नाम कमाया था। अहिल्याबाई एक दार्शनिक और कुशल राजनीतिज्ञ थीं। इसी वजह से उनकी नजरों से राजनीति से जुड़ी कोई भी बात छुप नहीं सकती थी। महारानी की इन्हीं खूबियों के चलते ब्रिटिश इतिहासकार जॉन कीस ने उन्हें ‘द फिलॉसोफर क्वीन’ की उपाधि से नवाजा था। लोगों की मूलभूत सुविधाओं का ध्यान रखते हुए अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने पूरे देश की सड़कों को बनवाया, पानी की टंकियां लगवाईं और धर्मशालाओं का निर्माण कराया था।
इस अवसर पर अमीर खान, राहुल मिश्र, विजय जायसवाल, दीनबंधु यादव, शैलेश श्रीवास्तव,प्रदुम्न शर्मा,अमरजीत सहानी, रफीउल्लाह खान, सूरज यादव, राजेश निषाद, राकेश यादव ,शाहनवाज खान, केशव जायसवाल ,अखलाक अहमद, हीरालाल जख्मी सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।