गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के कारण सोमवार को भाजपा की कोई चुनावी गतिविधि नहीं हुई। वहीं पार्टी के कई नेताओं की सीटें सहयोगी दलों को जाने से असंतोष उभरने लगा है। अभी तक सूची जारी न होने से नेता कुछ चुप्पी साधे हैं, लेकिन वे असहज हैं।
इसके कारण सर्वे के आधार पर कई सांसदों के टिकट काटने की तैयारी कर रहे भाजपा नेतृत्व पर दबाव बढ़ने लगा है। केंद्रीय चुनाव समिति की दूसरी बैठक मंगलवार शाम होगी, जिसमें यूपी समेत दस राज्यों की सीटों पर चर्चा होगी। भाजपा ने शनिवार को आठ घंटे की बैठक में 11 राज्यों की लोकसभा सीटों के साथ विधानसभा चुनाव वाले राज्यों की विधानसभा सीटों के लिए भी उम्मीदवार तय किए थे।
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रविवार को आंध्र प्रदेश व अरुणाचल के विधानसभा उम्मीदवारों की सूची तो जारी कर दी गई लेकिन लोकसभा के लिए कोई सूची नहीं आई। इस बीच बिहार में जदयू व लोजपा के साथ सीटों को तय करने में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की नवादा व पूर्व सांसद शाहनवाज हुसैन की भागलपुर सीट सहयोगी दल को चली गई है।
समझौते के तहत भाजपा 17 सीटों पर भी लड़ रही है, जबकि उसके 22 सांसद जीते थे। इनमें से दो शत्रुघ्न सिन्हा पार्टी से लगभग नाता तोड़ चुके हैं और कीर्ति आजाद कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। एक सांसद भोला सिंह का निधन हो चुका है।.
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि अगर बिहार में महागठबंधन होता है तो भाजपा को मिली सीटों पर दिक्कत बढ़ेगी।
गिरिराज सिंह को मिल सकती है बेगूसराय सीट
सूत्रों के अनुसार गिरिराज सिंह को बेगूसराय सीट मिल सकती है, लेकिन शाहनवाज हुसैन के चुनाव लड़ने पर स्थिति स्पष्ट नहीं है। झारखंड के सांसद रवींद्र पांडे की गिरडीह सीट भी आजसू को गई है। जिन सांसदों की रिपोर्ट ठीक नहीं हैं वे भी घबराए हुए हैं। सूत्रों के अनुसार असंतोष की स्थिति में टिकट काटने को लेकर भाजपा पर दबाव बढ़ा है।
Source :- www.livehindustan.com