
महराजगंज
प्रदेश सरकार कालानमक को प्रोत्साहन देने के लिए पहले ही सिद्धार्थनगर में सीएफसी का निर्माण कर रही है। 15 करोड़ की लागत से स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) के जरिये बनाए जा रहे इस केंद्र पर 90 फीसदी रकम यानी 12.75 करोड़ रुपये अनुदान के रूप में सरकार खर्च कर रही है। सीएफसी की स्थापना, रखरखाव और संचालन एसपीवी ही करेगा। खरीफ के मौजूदा सीजन में सिद्धार्थनगर में 10 हजार, गोरखपुर में 9 हजार महराजगंज में 8 हजार, बस्ती में 5 हजार और संतकबीरनगर में 3 हजार हेक्टेयर में कालानमक बोया गया है। पूर्वांचल के पांच जिलों का ओडीओपी घोषित करते हुए केंद्र सरकार ने कालानमक की प्रजातियों कालानमक-101, केएन-3 और किरन की भी संस्तुति दी है। यह प्रजातिया परंपरागत प्रजाति की तुलना में बौनी, कम समय में अधिक उपज देने वाली हैं।
ये सुविधाएं मिलेगी सीएफसी में
सीएफसी में टेस्टिंग लैब, डिजाइन डेवलपमेंट एण्ड ट्रेनिंग सेंटर, तकनीकी अनुसंधान एवं विकास केंद्र, उत्पाद प्रदर्शन सह विक्रय केंद्र, रॉ मैटेरियल बैंक, कामन रिसोर्स सेंटर, कॉमन प्रोडक्शन एंड प्रोसेसिंग सेंटर, कामन लॉजिस्टिक सेंटर, सूचना संग्रहण, विश्लेषण एवं प्रसारण केंद्र, पैकेजिंग, लेबलिंग एवं बारकोडिंग की सुविधा। इसके अलावा ओडीओपी प्रकोष्ठ उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन निदेशालय उत्तर प्रदेश अन्य अवस्थापना सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी।