गोरखपुर-बस्ती मंडल के 4730 किसानों के राहत की खबर है। फसल ऋण मोचन योजना के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में इन किसानों के 27 करोड़ का कर्जा माफ होने जा रहा है। हालांकि इनको बैंक व तहसील कर्मियों की लापरवाही के चलते ऋण माफी में हुए विलम्ब से बढ़े ब्याज को चुकाने का भार पड़ेगा। उम्मीद है कि इसी माह के आखिर तक किसानों के खातों से संबंधित बैकों को ऋण की रकम चुकता कर दी जाएगी।
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फसल ऋण मोचन योजना
दोनों ही मंडलों के सभी जिलों की समितियों की स्वीकृति के बाद शासन को भेजी गई डिमांड
जनवरी के आखिर तक किसानों के खातों से संबंधित बैंकों को चुकता
कर दी जाएगी रकम
गोरखपुर के बैंक और तहसील से सत्यापन के बाद जिला स्तरीय कमेटी ने 556 किसानों को कर्जमाफी का लाभ देने के लिए स्वीकृति प्रदान की है। इन किसानों के लिए 2.72 करोड़ रुपये की डिमांड भेजी गई है। इसी तरह देवरिया जिले से 345 किसानों का कर्ज माफ करने के लिए 2 करोड़ रुपये की डिमांड भेजी गई है।
कर्ज माफी से वंचित रह गए महराजगंज जिले के 93 किसानों के लिए 55.43 लाख रुपये की डिमांड भेजी गई है। सबसे ज्यादा कुशीनगर में कर्जमाफी से वंचित किसान मिले। यहां जिला स्तरीय कमेटी ने 2606 किसानों को कर्ज माफ करने के लिए सर्वाधिक 15.53 करोड़ रुपये की डिमांड भेजा है।
बस्ती मंडल के 414 किसानों को फायदा
उधर बस्ती मण्डल में बस्ती से शेष बचे 414 किसानों का कर्जमाफ करने के लिए 2.35 करोड़ रुपये की डिमांड भेजी गई है। संतकबीरनगर में 1.83 करोड़ रुपये की मांग शेष बचे 314 किसानों का कर्जमाफ करने के लिए की गई है। सिद्धार्थनगर ने 396 किसानों का कर्ज माफ करने के लिए 2.16 करोड़ रुपये की डिमांड भेजी है। फिलहाल इस योजना के अंतर्गत नए आवेदन सितंबर 2019 से ही नहीं लिए जा रहे हैं।
जनता दर्शन में उठा था मामला
गोरखपुर में सीएम के जनता दर्शन में गौराखास जगतबेला निवासी राम सिंह ने शिकायत की थी। अवगत कराया था कि पात्र होने के बाद भी उन्हें कर्जमाफी का लाभ बैंक की लापरवाही से अब तक नहीं मिला।
जबकि बैंक ने रिकवरी के लिए दस्तावेज तहसील में भेज दिया है। उसकी वसूली के लिए तहसील से दबाव बनाया जा रहा है। महराजगंज जिले के मुण्डेरा खुर्द से आए किसान विश्व दीपक पति त्रिपाठी ने भी सीएम को ऐसी ही समस्या से अवगत कराया था। सीएम ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल निस्तारण कराने के निर्देश दिए थे।
Source :- www.livehindustan.com