पुलवामा आतंकी हमले में महराजगंज के पंकज त्रिपाठी भी शहीद हुए हैं। गुरुवार देर रात करीब दस बजे सीआरपीएफ कमांडेंट ने फोन कर पिता ओमप्रकाश त्रिपाठी को उनके लापता होने की सूचना दी। शुक्रवार सुबह जम्मू से उनकी शहादत की खबर घर पहुंची। इसके बाद चीख पुकार मच गई। पूरा गांव पंकज के घर उमड़ पड़ा। पत्नी रोहिणी बेसुध हो गई। पिता भी बार-बार पंकज का नाम लेकर बेहोश हो जा रहे हैं।

पंकज 2012 में सीआरपीएफ में चालक के पद पर तैनात हुए थे। इसके बाद हरपुर बेलहिया निवासी किसान पिता का सिर पूरे क्षेत्र में फख्र से ऊंचा हो गया। पूरा परिवार हंसी खुशी रह रहा था। 2014 में पंकज की शादी फरेंदा के ही सोहरौलिया खुर्द में रोहिणी के साथ हुई।

2016 में पंकज को प्रतीक के रूप में पुत्र की प्राप्ति हुई। इस बीच उन्होंने छोटे भाई शुभम को भी सेना में भर्ती के लिए तैयारी शुरू कराई। करीब दस दिनों की छुट्टी में पंकज घर आए थे।

पिता से जल्द ही लौटने का वादा कर वह दस फरवरी को जम्मू के लिए रवाना हुए थे। इस बीच गुरुवार को पुलवामा आतंकी हमले की वह भी घायल हो गए। शुक्रवार सुबह उनकी शहादत की खबर घर पहुंचे। इस सूचना से घर वाले सन्न रह गए। पूरा क्षेत्र भी स्तब्ध रह गया।
Source :- livehindustan.com