Wednesday, December 4, 2024
Homeखेलरोहित का शतक बेकार, यह बन गई हार की 'सबसे बड़ी वजह'

रोहित का शतक बेकार, यह बन गई हार की ‘सबसे बड़ी वजह’

सिडनी में मेजबान ऑस्ट्रेलिया (#INDvAUS #INDvsAUS) के खिलाफ खेले गए पहले वनडे (AUS vs IND, 1st ODI) में  रोहित शर्मा (133 रन, 129 गेंद, 10 चौके, 6 छक्के) के करियर का 22वां शतक बेकार गया.

सिडनी में मेजबान ऑस्ट्रेलिया (#INDvAUS #INDvsAUS) के खिलाफ खेले गए पहले वनडे (AUS vs IND, 1st ODI) में  रोहित शर्मा (133 रन, 129 गेंद, 10 चौके, 6 छक्के) के करियर का 22वां शतक बेकार गया. और ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 34 रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल कर ली. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनने के बाद उस्मान ख्वाजा (59), शॉन मॉर्श (54, हैंड्सकॉम्ब (73) और मारकस स्टेइनिस (नाबाद 47) की उम्दा बल्लेबाजी से ऑस्ट्रेलिया (#INDvAUS #INDvsAUS) ने भारत के सामने 289 का मजबूत टारगेट रखा. इन बल्लेबाजों खासकर हैंड्सकॉम्ब की शानदार पारी से ऑस्ट्रेलिया कोटे के 50 ओवरों में 5 विकेट पर 288 का स्कोर खड़ा किया.

जवाब में भारत की शुरुआत खराब रही थी और महज 4 रन पर ही उसके तीन विकेट गिर गए थे. इसके बाद  रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के शतक और और महेंद्र सिंह धोनी (51) ने चौथे विकेट के लिए 103 रन की साझेदारी कर शुरुआती झटकों से उबारा. लेकिन लगातार बढ़ते जरूरी रन औसत के चलते एक छोर पर विकेटों का गिरना जारी रहा. रोहित ने जरूर अपने तेवरों से एक समय जीत की उम्मीद दिखाई, लेकिन रोहित के आउट होते ही मैच में भारत की हार सुनिश्चित हो गई. और भारतीय टीम कोटे के 50 ओवरों में 9 विकेट पर 254 रन ही बना सकी. और भारत मैच में जीत से 35 रन दूर रह गया. चार विकेट चटकाने वाले व भारतीय शीर्ष क्रम को झंकझोरने वाले जे रिचर्डसन को मैन ऑफ द मैच चुना गया.

तीसरा पावर प्ले (41 से 50 ओवर: (30 गज के बाहर 5 फील्डर): अकेले पड़ गए रोहित और...

आखिरी दस ओवरों की बात करें, तो भारत को जीत के लिए 60 गेंदों पर 109 रन की दरकार थी. करीब-करीब 11 रन प्रति ओवर की दर. काम बहुत ही मुश्किल था. लेकिन रोहित शर्मा के रहते उम्मीद बढ़ चली थी. यहां से हर ओवर में करीब एक बड़ा शॉट खेलकर रोहित ने उम्मीद भी जगाई, लेकिन थकावट साफ रोहित पर दिखाई पड़ी. और वह 46वें ओवर में स्टोइनिस की गेंद पर बड़ा शॉट लगाने की कोशिश में आउट हो गए. एक बेहतरीन पारी का अंत. और इसी के साथ जीत की उम्मीद भी खत्म हो गईं. रोहित क्या आउट हुए, दूसरे छोर पर नियमित अंतराल पर विकेटों का गिरना शुरू हो गया. पुछल्ले भुवनेश्वर कुमार (नाबाद 29 रन, 23  गेंद, 4 चौके) ने जरूर दिखाया कि उन्होंने बल्लेबाजी में सुधार किया, लेकिन उनकी यह कोशिश तय हार को टालने की दिशा में ऊंट के मुंह में जीरे की तरह थी. टीम इंडिया 50 ओवरों  में 9 विकेट पर 254 रन ही बना सकी. और जीत से 35 रन दूर रह गई. 

दूसरा पावर प्ले (11 से 40 ओवर): (30 गज के बाहर 4 फील्डर): धोनी और रोहित ने कराई वापसी

खेल के 11वें ओवर से लेकर 49वां ओवर पूरी तरह रोहित शर्मा और महेंद्र सिंह धोन के ही नाम रहा. चौथे ओवर में रायुडु का तीसरा विकेट गिरने के बाद रोहित और धोनी ने चौथे विकेट के लिए 138 रन जोड़े. जहां धोनी ने पचासा जड़ा, तो रोहित  इस पावर-प्ले में शतक बनाने में कामयाब रहे. हालांकि, धोनी इस दौरान थोड़ा धीमा पड़ गए. जहां रोहित का स्ट्राइक रेट 100 से ऊपर का रहा, तो धोनी का स्ट्राइक रेट 50 से थोड़ा सा ऊपर रहा. अगर धोनी अस्सी से नब्बे के स्ट्राइक रेट की गति से रन बनाते, तो निश्चित ही इसका फायदा नहीं मिल सका. इसी सेशन में दिनेश कार्तिक (12) भी आउट होने वाले बल्लेबाज रहे. 

पहला पावर प्ले (1 से 10 ओवर): (30 गज के घेरे के बाहर 2 फील्डर):  टांय-टांय फिस्स!

सिर मुंडाते ही भारत पर ओले ही नहीं पड़े, बल्कि ऐसे पड़े कि सिर ही मानो सूज गया!! इतना बुरा हाल, जो शायद किसी ने सपने में भी न सोचा हो. न जाने कब आखिरी बार ऐसा हुआ था. पहले ही ओवर में अपने करियर का पहला मैच खेल रहे लेफ्टी बेहरनडॉर्फ ने शिखर धवन (00) को एलबीडब्ल्यू कर चलता क्या कि मानो किसी काल ने भारत को घेर  लिया. और काल बना रिचर्डसन का फेंका हुआ तीसरा ओवर! रिचर्डसन ने पहले विराट कोहली (3) के लिए शॉर्ट मिडविकेट तैनात किया, तो इस बार शरीर के वजन को संतुलित नहीं कर सके विराट. वजन आगे, तो फेवरेट शॉट पर उठती हुई फील्डर के हाथ में जा समाई. कमेंट्री बॉक्स में सन्नाटा..दर्शकों में सन्नाटा. यह सन्नाटा टूटा भी नहीं था कि पिच के मिजाज को भी न समझ सके  अंबाती रायुडु (0) को एलबीडब्ल्यू कर कोहरामा मचा दिया. भारत के 4 के योग पर तीन विकेट गिर चुके थे. और यहा से पावर प्ले के फायदा की बात ही बेमानी हो गई. दस ओवर की समाप्ति के बाद भारत का स्कोर रहा 3 विकेट पर 21 रन. 

इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी. शुरुआत ऑस्ट्रेलिया की भी अच्छी नहीं रही था. 40वें ओवर तक रन भी धीमी गति से आ रहे थे, लेकिन स्लॉग ओवरों में एकदम से ऑस्ट्रेलिया का चेहरा चमचमाने लगा.

तीसरा पावर प्ले (41वें से 50 ओवर): (30 गज के घेरे के बाहर 5 फील्डर): हैंड्सकॉम्ब की बेहतरीन पारी…और ऑस्ट्रेलिया मजबूत

हमेशा की तरह ही स्लॉग ओवरों में भारतीय गेंदबाजों की समस्या एक बार फिर से खुलकर सामने आ गई. 40वें ओवर के बाद गीयर बदलने की शुरुआत की हैंड्सकॉम्ब और मारकस स्टोइनिस ने.  इससे पहले तक करीब पिछले पांच ओवर में कोई बाउंड्री नहीं निकली थी. शिकार बने कुलदीप यादव. 44वां ओवर लेकर आए, तो 2 छक्के खा गए कुलदीप. और सबसे महंगा ओवर साबित हुआ भुवनेश्वर का फेंका 50वां ओवर. एक छक्का और दो चौके. और भुवी ने दे दिए आखिरी ओवर में 18 रन. आखिरी 5 ओवर में ऑस्ट्रेलिया ने 59 रन बटोरे. इससे ऑस्ट्रेलिया 50 ओवरों के कोटे में 5 विकेट पर 288 रन तक पहुंचने में कामयाब रहा. और यहां तक पहुंचाने में योगदान रहा हैंड्सकॉम्ब (73 रन, 61 गेंद, 6 चौके, 2 छक्के) का. उनके अलावा मारकस स्टोइनिस (नाबाद 47 रन, 43 गेंद, 2 चौके, 2 छक्के) 

दूसरा पावर प्ले (11 ms 40 ओवर) : (30 गज के घेरे के बाहर 4 फील्डर): ख्वाजा व मार्श ने उबारा

इन ओवरों के दौरान ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने ज्यादा आक्रामक रवैया न दिखाते हुए जमकर रन बटोरने पर ज्यादा ध्यान दिया. इस दौरान ऑस्ट्रेलियाई को खराब  शुरुआत से उबारने का बीड़ा उठाया उस्मान ख्वाजा (59) और शॉन मार्श (54) ने. चालीसवे ओवर तक हैंड्सकॉम्ब का योगदान भी नाबाद 38 रन का रहा. दोनों ही बल्लेबाज सेट होकर आउट हो गए. ख्वाजा को जडेजा ने एलबीडब्ल्यू कर चलता किया, तो कुलदीप यादव ने मार्श को शमी के हाथों लपकवाकर अपना दूसरा और ऑस्ट्रेलिया का चौथा विकेट लिया. लेकिन ये दोनों बल्लेबाज आने वाले बल्लेबाजों के लिए एक ठीक आधार तय कर गए. इस दूसरे पावर प्ले में ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट गंवाकार 154 रन बटोरे. 40वें ओवर की समाप्ति पर ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 4 विकेट पर 195 रन था. 

पहला पावर प्ले (1 से 10 ओवर): (30 गज के घेरे के बाहर 2 फील्डर): नहीं दिखी कंगारुओं की पावर

1. भुवी का रिकॉर्ड 
सिडनी की यह पिच ऐसी तो नहीं थी जैसी बल्लेबाजी ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआती दस ओवरों के दौरान की. टॉस जीतकर पहले बल्ला थामा था कंगारुओं ने, लेकिन तारीफ करनी होगी शुरुआत में भारतीय सीमर खासकर भुवनेश्वर कुमार की. अंदर आती गेंदों पर एरॉन फिंच के हमेशा ही तोते उड़ते रहे है. और भुवनेश्वर ने तीसरे ही ओवर में कंगार कप्तान फिंच (6) के बैट और पैड के बीच से गिल्लियां बिखेर तोड़े उड़ा दिए. कंगारुओं की पावर को शुरुआत में ही लगा जोर का झटका.  और इसी के साथ रिकॉर्ड भी बना डाला भुवी ने यह भुवनेश्वर का सौवां विकेट रहा. 

2. कुलदीप का पावर पर एक और प्रहार!

पावर प्ले के दौरान कंगारुओं की पावर पर भुवी ने ऐसी चोट की कि मेजबान बल्लेबाज बैकफुट पर रही है. निश्चित ही यह ऐसी पिच थी, जहां स्कोर ज्यादा होना चाहिए था, लेकिन दस ओवरी समाप्ति पर जहां ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 41 रन ही रहा, तो पावर-प्ले के आखिर ओवर में कुलदीप यादव ने एलैक्स कैरी (24) को स्लिप में रोहित के हाथों आउट कर मेजबानों की पावर की पूरी तरह हवा निकाल दी. और टॉस जीतकर पहले बल्ला थामने के बाद पहला राउंड मतलब पावर-प्ले की लड़ाई में बाजी भारतीय गेंदबाजों के नाम रही. 

मैच शुरू होने से पहले ऑस्ट्रेलिया ने शिखर धवन का विकेट चटकाने वाले जैसन बेहरनडॉर्फ को वनडे कैप प्रदान की, तो वहीं भारत ने इस मुकाबले के लिए प्रतिबंध के चलते हार्दिक पंड्या और केएल राहुल को इस मैच से बाहर रखा. 

VIDEO: ऑस्ट्रेलिया रवाना होने से पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान

कुल मिलाकर भारत की हार की वजह केवल चार रन पर ही शुरुआती तीन विकेटों का गिरना रहा. यह सही है कि धोनी और रोहित ने मिलकर टीम इससे उबारा. लेकिन दिन की समाप्ति पर ये बदतर शुरुआत ही टीम इंडिया की हार की सबसे बड़ी वजह बन गई.

Sources :- ndtv.com

Leave a Reply

Must Read

spot_img