रेल यात्रियों के लिए यह अच्छी खबर है। वेटिंग या आरएसी रिजर्वेशन वाले यात्रियों के टिकट चार्ट बनने के बाद भी कनफर्म होने की गुंजाइश बढ़ जाएगी।
रेल यात्रियों के लिए यह अच्छी खबर है। वेटिंग या आरएसी रिजर्वेशन वाले यात्रियों के टिकट चार्ट बनने के बाद भी कनफर्म होने की गुंजाइश बढ़ जाएगी। रेलवे ट्रेन में सफर करने वाले टीसी को एक हैंड हेल्ड टर्मिनल (एचएचटी) उपलब्ध कराने वाला है, जिसमें रिजर्वेशन कैंसिल कराने वालों की अपडेट जानकारी होगी। जैसे ही कोई व्यक्ति अपना रिजर्वेशन कैंसिल कराएगा, वैसे ही लाइन में लगे अगले व्यक्ति का वेटिंग या आरएसी टिकट कनफर्म हो जाएगा। रेल मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक यह सुविधा जल्द ही सभी ट्रेनों में लागू की जाएगी।
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बीते माह लिए गए फैसले के मुताबिक रेलवे यह सुविधा शताब्दी और राजधानी ट्रेनों में शुरू करेगा। शुरुआत में 550 हैंडहेल्ड डिवाइस पूरे नेटवर्क में बांटी जाएंगी। इस कदम की प्रतिक्रिया के आधार पर सभी ट्रेनों में इसे बढ़ाने का फैसला किया जाएगा। ट्रेन जिस स्टेशन से आरंभ हो रही है, उसे छोड़ने के बाद यात्रा के दौरान टीसी टिकट की उपलब्धता देख सकेगा।
अभी रिजर्वेशन चार्ट स्टेशन से ट्रेन चलने के चार घंटे पहले बनकर तैयार हो जाता है। इसके बाद यदि कोई अपना रिजर्वेशन रद्द करवाता है, तो उसकी जानकारी टीसी को नहीं लग पाती है, न ऑनलाइन दिखाई देता है। एचएचटी मिलने के बाद ऐसा नहीं होगा। जैसे ही टिकट रद्द होगा, वह टीसी के पास मौजूद टेबलेट पर दिख जाएगा। इसके बाद अगले व्यक्ति का रिजर्वेशन कंफर्म हो जाएगा और उसे सीट मिल जाएगी।
सीट खाली होने पर देनी होगी जगह
नई सुविधा के दौरान यदि कोई व्यक्ति ट्रेन में नहीं चढ़ा और उसने टिकट भी रद नहीं करवाया है, तो अगले वेटिंग वाले व्यक्ति को जगह देना टीसी की जिम्मेदारी होगी। सीट नंबर के हिसाब से ही जगह मिलेगी, लेकिन सीट देने के पहले टीसी को पूरी तरह इस बात की पुष्टि करना होगी कि रिजर्वेशन कराने वाला सफर नहीं करेगा।
इस कदम से रेलवे अपनी पूरी क्षमता का दोहन करने की तैयारी में है। अगर कोई पैसेंजर किसी कारण से यात्रा नहीं कर पाता है या चार्ट बनने के ठीक पहले रिजर्वेशन कैंसिल करवाता है, तो उसकी सीट खाली जाने की आशंका न के बराबर रह जाएगी।
Sources :- livehindustan.com