Sunday, March 23, 2025
Homeगोरखपुरकोहरा ऐसा कि दिन में बत्ती जला चले वाहन

कोहरा ऐसा कि दिन में बत्ती जला चले वाहन

गोरखपुर। पहाड़ों पर हुई बारिश और बर्फबारी का असर शनिवार को शहर में भी दिखा। शुक्रवार आधी रात के बाद हवा का रुख बदलने से कोहरा घना होने लगा। सुबह दस बजे तक लोग वाहनों की लाइटें जलाकर चलते दिखे। दिनभर धुंध के बाद शाम से ही घने कोहरे की चादर ने शहर को आगोश में ले लिया। रविवार देर रात तक शहर और आसपास के क्षेत्रों में बूंदाबांदी के भी आसार हैं।

शनिवार की सुबह ग्रामीण क्षेत्रों में दृश्यता तकरीबन शून्य रही। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय ने बताया कि शुक्रवार की रात करीब तीन बजे हवा का रुख बदलकर दक्षिण पश्चिम की ओर से हो गया। वातावरण में आर्द्रता बढ़कर 85 प्रतिशत हो गई। इससे कोहरा घना होता गया। इससे सामान्यत: 15-16 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने वाला तापमान शनिवार को 12 डिग्री के आसपास रहा। आगामी सप्ताह में मौसम ऐसा ही बना रहेगा। रविवार देर शाम से सोमवार के बीच हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है।

बारिश फसलों के लिए संजीवनी

कृषि विशेषज्ञ डॉ. अजय सिंह ने बताया कि जनवरी के पहले या दूसरे सप्ताह में बूंदाबांदी रबी की फसल के लिए संजीवनी जैसी होती है। हालांकि बारिश के बाद का कोहरा तिलहन फसल के लिए नुकसानदायक साबित होता है। इससे फसलों पर कीड़े लग जाते हैं, जिससे उत्पादन प्रभावित होता है।

Sources :- amarujala.com

दबंग भारत न्यूज़
दबंग भारत न्यूज़http://dabangbharat.com
About us “Dabangbharat एक प्रमुख हिंदी समाचार पोर्टल है जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समाचारों की व्यापक और निष्पक्ष कवरेज प्रदान करता है। हम अपने पाठकों को उनके स्थान या भाषा कौशल की परवाह किए बिना स्पष्ट और संक्षिप्त तरीके से नवीनतम जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अनुभवी पत्रकारों की हमारी टीम सटीक और समय पर रिपोर्टिंग प्रदान करने के लिए समर्पित है, और हम हमेशा अपने पाठकों को शामिल करने के लिए नए तरीकों की तलाश में रहते हैं। चाहे आप ब्रेकिंग न्यूज़, गहन विश्लेषण, या बस अच्छी पढ़ाई की तलाश में हों, Dabangbharat हिंदी समाचार के लिए एकदम सही जगह है।”

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

लोकप्रिय

spot_img

Discover more from UP News |Hindi News | Breaking News

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading