मशहूर अभिनेता गिरीश कर्नाड का लंबी बीमारी के बाद सोमवार सुबह निधन हो गया। वह ज्ञानपीठ अवॉर्ड से सम्मानित थे। अभिनेता के अलावा गिरीश कर्नाड लेखक और निर्देशक भी थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, गिरीश कर्नाड का निधन उनके बेंगलुरु स्थित घर पर हुआ।
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बता दें कि गिरीश कार्नाड का जन्म 19 मई, 1938 को माथेरान, महाराष्ट्र में हुआ था। वे भारत के जाने माने लेखक, अभिनेता, फ़िल्म निर्देशक और नाटककार थे। कन्नड़ और अंग्रेजी भाषा दोनों के ही जानकार थे। गिरीश कर्नाड को 1998 में ज्ञानपीठ सहित पद्मश्री व पद्मभूषण जैसे कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। कार्नाड द्वारा रचित तुगलक, हयवदन, तलेदंड, नागमंडल व ययाति जैसे नाटक काफी लोकप्रिय हुये और भारत की अनेकों भाषाओं में इनका अनुवाद व मंचन हुआ है।
गिरीश कर्नाटक आर्ट कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड जाकर आगे की पढ़ाई पूरी की और फिर भारत लौट आए। चेन्नई में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस में सात साल तक काम किया। इस दौरान जब काम में मन नहीं लगा तो नौकरी से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद वे थियेटर के लिए समर्पित होकर काम करने लगे। इसके बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो में प्रोफेसर के रूप में काम किया। जब वहां जमा नहीं तो दोबारा फिर भारत का रुख किया। इस बार उन्होंने भारत में रुकने का मन बना लिया था और वो पूरी तरह साहित्य और फिल्मों से जुड़ गए। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय भाषाओं में कई फिल्में बनाई।
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