राज्य कराएं स्क्रीनिंग व टेस्टिंग, यूपी का हॉटस्पॉट मॉडल सबसे लोकप्रिय,सरकार ने तीन से छह महीनों की बनाई योजना
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि दूसरे राज्यों में 14 दिन की क्वारंटाइन अवधि पूरी कर चुके उत्तर प्रदेश के श्रमिकों, कामगारों और मजदूरों को चरणबद्ध तरीके से वापस लाया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को इसके लिए एक सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं जिसमें संबंधित राज्य में फंसे यूपी के मजदूरों का विवरण दर्ज हो। प्रदेश के सबसे ज्यादा श्रमिक महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात और हरियाणा में फंसे हैं। इनकी संख्या एक मोटे अनुमान के मुताबिक 5 लाख से ज्यादा है मुख्यमंत्री ने ये निर्देश शुकवार को टीम 11 के अधिकारियों के साथ बैठक में दिए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश सरकार पहले भी दिल्ली की सीमा पर छोड़े गए हजारों श्रमिकों को एक हजार रोडवेज बसों से उनके घर पहुंचा चुकी है। इसी तर्ज पर कोटा राजस्थान में फंसे हजारों छात्रों को यूपी लौटाया गया है।
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राज्य कराएं स्क्रीनिंग व टेस्टिंग
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे लोगों की स्क्रीनिंग व टेस्टिंग कराते हुए संबंधित राज्य सरकारें इन श्रमिकों को वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू करेंगी। वे राज्य की सीमा तक इन श्रमिकों को पहुंचाएंगी। इसके बाद उन्हें बस के द्वारा इनके जिले में भेजा जाएगा। ये लोग जिस जनपद में जाएंगे, वहां 14 दिन क्वारंटाइन करने के लिए पूरी व्यवस्थाएं समय से की करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने अफसरों को दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए शेल्टर होम / आश्रय स्थल को खाली कर सैनिटाइज किया जाए। शेल्टर होम पर कम्युनिटी किचन के सुचारू संचालन के लिए सभी प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं, ताकि इन लोगों के लिए ताजे व भरपेट भोजन की व्यवस्था हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि14 दिन की संस्थागत क्वारंटाइन पूरी करने वालों को राशन की किट व एक हजार रुपये के भरण-पोषण भत्ते के साथ होम क्वारंटाइन के लिए घर भेजने की व्यवस्था की जाए।
यूपी का हॉटस्पॉट मॉडल सबसे लोकप्रिय
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के उद्देश्य से लागू किये गये लॉकडाउन के निर्णय की विश्व में सराहना हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना प्रभावित क्षेत्रों को हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित करते हुए संक्रमण से बचाव के लिए अपनाई जा रही रणनीति अत्यन्त प्रभावी सिद्ध हो रही है। हॉटस्पॉट का यह ‘यूपी माडल’ काफी लोकप्रिय हुआ है। हॉटस्पॉट क्षेत्रों में केवल मेडिकल, सेनिटेशन तथा होम डिलीवरी टीमें ही जाएं।
सरकार ने तीन से छह महीनों की बनाई योजना :
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को आदेश दिया है कि राज्य में आगामी तीन से छह महीनों के भीतर कम से कम 15 लाख लोगों के रोजगार सृजन की ठोस कार्य योजना बनायी जाए। उन्होंने इसके सम्बन्ध में विभिन्न विभागों को एक सप्ताह के भीतर कार्य योजना बनाकर प्रस्तुत किए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि एमएसएमई, ओडीओपी, एनआरएलएम, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, दीनदयाल उपाध्याय स्वरोजगार योजना, कौशल विकास मिशन, खादी ग्रामोद्योग तथा मनरेगा के माध्यम से रोजगार सृजन के कार्यों में तेजी लायी जाए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद रोजगार सृजन और अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाना चुनौती है, जिसके लिए अभी से तैयारी की जाए। एक सरकारी बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश में रोजगार सृजन सम्बन्धी प्रस्तुतिकरण के अवसर पर अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे।