मध्य प्रदेश विधानसभा में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर आज (शुक्रवार को) कमलनाथ सरकार को विश्वासमत हासिल करना होगा। हालांकि, इससे पहले अटकलें लगाई जा रही हैं कि कमलनाथ इस्तीफा भी दे सकते हैं। बहरहाल, इसका खुलासा वह फ्लोर टेस्ट से पहले होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर सकते हैं। वर्तमान में विधायकों का अंकगणित भाजपा के पक्ष में है। दोनों ही दलों कांग्रेस और भाजपा ने अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी कर दिया है।
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सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मध्य प्रदेश में बीते कुछ समय जारी सियासी संकट पर आज विराम लग सकता है। जब तक कांग्रेस के बागी विधायकों के इस्तीफे मंजूर नहीं किए गए थे, पलड़ा एक तरह से कमलनाथ के पक्ष में था, मगर विधानसभा अध्यक्ष प्रजापति ने कांग्रेस के बाकी बाकी बचे 16 बागी विधायकों के इस्तीफे भी मंजूर कर लिए। जिसके बाद से सियासी अंकगणित में कमलनाथ सरकार पिछड़ती दिख रही है।
विधानसभा सचिवालय ने सवोर्च्च न्यायालय के निदेर्श पर आज दोपहर दो बजे विधानसभा का सत्र बुलाया है। देर रात को विधानसभा सचिवालय ने कार्यसूची जारी कर दी है। सत्र से पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने संवाददाता सम्मेलन बुलाया है। राजनीतिक घटनाक्रम के बीच होने वाले इस संवाददाता सम्मेलन को काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि कमलनाथ कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं।
कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों ने अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी कर दी है। वर्तमान में विधानसभा का अंकगणित भाजपा के पक्ष में नजर आ रहा है, क्योंकि विधानसभाध्यक्ष एन. पी. प्रजापति ने कांग्रेस के 16 और विधायकों के इस्तीफे गुरुवार की देर रात को मंजूर कर लिए।
विधानसभा में 230 विधायक संख्या है, जिनमें से 24 स्थान रिक्त है। 206 विधायकों के सदन में बहुमत के लिए 104 विधायकों के समर्थन की जरूरत है। भाजपा के पास 107 विधायक हैं। कांग्रेस के 92 और सपा, बसपा व निर्दलीय विधायकों के समर्थन से यह आंकड़ा 99 तक ही पहुंचता है।