विश्व मृदा दिवस मनाने का उददेश्य मृदा को सुरक्षित रखना है।
महराजगंज / दबंग भारत न्यूज़ – आज दिनांक 5 दिसम्बर को विश्व मृदा दिवस के अवसर पर डा० आर एस के शिक्षण संस्थान पचरुखिया तिवारी में बच्चों को मृदा के महत्व के बारे में बताया गया । बच्चों द्वारा विश्व मृदा दिवस मनाने का कारण पूछे जानें पर विद्यालय के प्रधानाचार्य ई० सच्चिदानन्द जायसवाल नें बताया कि भारत एक कृषि प्रधान देश है जहाँ अधिकतम जनसंख्या कृषि पर ही निर्भर हैं लेकिन कृषि के लिये सबसे आवश्यक वस्तु मृदा है।
विश्व मृदा दिवस मनाने का उददेश्य मृदा को सुरक्षित रखना है। मृदा के पोषक तत्व धीरे-धीरे हमारी छोटी मोटी गलतियों के कारण समाप्त होते जा रहे हैं जिससे कि उनकी उपजाऊ शक्ति भी धीरे-धीरे नष्ट होती जा रही है। प्रत्येक वर्ष 5 दिसम्बर को विश्व मृदा दिवस के रूप में मनाया जाता है और उसकी एक थीम होती है। इस वर्ष की थीम “मिट्टी को जीवित रखना, मिट्टी की जैव विविधता की रक्षा करना” है।
इस थीम के अनुसार हमें उन उपायों को अपनाना चाहिये जिससे कि मिट्टी को जीवित रखा जा सके और उनकी उपजाऊ शक्ति बनी रहे। इसके लिये कुछ उपाय उपलब्ध हैं और कुछ नए उपायों के बारे में भी विचार करनें की आवश्यकता है।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक सुनील मणि त्रिपाठी,सिराजुल हक,पंकज जायसवाल,सुब्रत मणि त्रिपाठी,इनामुल्लाह सिद्दिकी,राहुल शर्मा,निवेदिता,आराधना,रिफत आदि शिक्षक एवं शिक्षिकाएं मौजूद रहे।