बरसात के दिनों में हर साल मच्छरों के प्रकोप के कारण बड़ी संख्या में दिल्लीवाले डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया का शिकार बनते हैं।
बरसात के दिनों में हर साल मच्छरों के प्रकोप के कारण बड़ी संख्या में दिल्लीवाले डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया का शिकार बनते हैं। नगर निगमों के मच्छरों से निपटने के तमाम अभियानों के बाद भी मच्छरजनित बीमारियों के मामले हर साल सामने आ रहे हैं। दिल्ली में मच्छरों की बढ़ती समस्या को लेकर वरिष्ठ संवाददाता की रिपोर्ट…
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बारिश का मौसम अनुकूल
विश्वभर में मच्छरों की हजारों प्रजातियां हैं, इनमें से कुछ बहुत ही हानिकारक हैं। नर मच्छर पराग (पेड़-पौधों) का रस चूसते हैं, जबकि मादा मच्छर अपने पोषण के लिए मनुष्य का खून चूसती हैं। इससे इंसानों में प्राण घातक संक्रमण हो सकता है। बारिश का मौसम मच्छरों के पनपने और कई बीमारियों के फैलने की अनुकूल होता है।
हर साल लाखों घरों में छिड़काव
मच्छरजनित बीमारियों को रोकने के लिए दिल्ली के तीनों नगर निगम हर वर्ष घरों में मच्छरमारक दवाइयों का छिड़काव कराते हैं। फिर भी मच्छरजनित बीमारियां पूरे वर्ष दिल्लीवालों को परेशान करती हैं।
इतने मकानों में स्प्रे
वर्ष मकान
2019 397945
2018 521225
2017 374598
2016 432837
मच्छरों से निपटने के नगर निगम के प्रयास
इतने घरों में लार्वा मिला – 75133
निगम ने नोटिस जारी किए – 67548
निगम ने चालान किए – 6253
इस वर्ष मामले सामने आए
बीमारी मामले
डेंगू 57
चिकनगुनिया 20
मलेरिया 111
इसलिए आयोजन
दुनियाभर में हर साल 20 अगस्त को पेशेवर चिकित्सक सर रोनाल्ड रास की स्मृति में विश्व मच्छर दिवस के रूप में मनाया जाता है।
Source :- https://www.livehindustan.com