इंस्टेंट मैसेजिंग एप्लिकेशन व्हाट्सऐप ने फ़ेक न्यूज़ से लड़ने के लिए कमर कस ली है.
व्हाट्सऐप ने दुनियाभर के यूजर्स के लिए मैसेज फ़ॉरवर्ड करने की सीमा तय कर दी है. अब एक यूजर एक मैसेज को अधिकतम पांच बार ही शेयर कर सकेंगे.
फ़ेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी व्हाट्सऐप ने ये फ़ीचर भारत में छह महीने पहले उतारा था. साल 2017 में कई मॉब लिंचिंग की घटनाएं एप पर फ़ेक मैसेज के फैलने से हुई थीं. इसके बाद व्हाट्सऐप ने ये क़दम उठाया था.
अब तक दुनियाभर में यूजर 20 बार मैसेज फ़ॉरवर्ड कर सकते थे.
बीबीसी से बात करत हुए कंपनी ने कहा, ”लगभग आधे साल तक इस नियम के नतीजों का अध्ययन करके हमने इसे दुनिया भर में लागू करने का फ़ैसला लिया है. फॉरवर्ड लिमिट फ़ीचर में यूजर कितने मैसेज अपने जानने वालों को फॉरवर्ड कर सकता है इसकी संख्या घटा दी गई है.
”ऐसा करके हम व्हाट्सऐप को प्राइवेट मैसेज भेजने का प्लेटफ़ॉर्म बेहतर तरीके से बना पाएंगे. हम लोगों से उनके फ़ीडबैक लेते रहेंगे. आने वाले वक़्त में वायरल कंटेंट को काबू में करन के लिए नए विकल्प भी लाएंगे.”
व्हाट्सएप ग्रुप की सीमा 256 यूजर्स की है. नए फ़ीचर के साथ अब एक यूजर ग्रुप के माध्यम से 1280 लोगों तक एक मैसेज पहुंचा सकता है. वहीं, पहले एक मैसेज को एक यूजर्स 5120 लोगों तक पहुंचा सकता था.
ये कदम तब उठाया गया है जब फ़ेसबुक और व्हाट्सऐप को फ़ेक खबरें फैलाने वाले बड़े प्लेटफ़ॉर्म के तौर पर देखा जाने लगा.
पिछले हफ़्ते फ़ेसबुक ने बताया था कि लगभग 500 फ़ेसबुक पेज को हटाया गया है. इन पेजों पर मध्य यूरोप, यूक्रेन और पूर्वी यूरोपीय देशों में फ़ेक ख़बर फैलाने का आरोप था.
साल 2018 के आखिर में भारत में सरकार ने व्हाट्सऐप के साथ कई बैटक की थी. भारत सरकार ने कहा था कि फ़ेक न्यूज़ को रोकने के लिए व्हाट्सऐप को कड़े कदम उठाने होंगे.
Sources :- bbc.com