माइक्रोसॉफ्ट ने घोषणा की है कि को-फाउंडर बिल गेट्स ने कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से इस्तीफा दे दिया है.
टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने घोषणा की है कि को-फाउंडर बिल गेट्स ने कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से इस्तीफा दे दिया है. कंपनी ने बताया कि बिल गेट्स अब सामाजिक कामों में अपना ज्यादा समय देना चाहते है. माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि गेट्स ग्लोबल हेल्थ और एजुकेशन के लिए ज्यादा काम करने के इच्छुक हैं. इसी वजह से वे इस जिम्मेदारी को छोड़ रहे हैं.
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64 वर्षीय गेट्स ने करीब एक दशक पहले से ही ऑफिस के रोजाना के कामों में शामिल होना छोड़ दिया था. हालांकि, वे माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला के साथ तकनीकी सलाहकार के तौर पर जुड़े रहेंगे. गेट्स साल 2014 की शुरुआत तक माइक्रोसॉफ्ट के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के चेयरमैन के तौर पर अपनी सेवा दे रहे थे और अब वे पूरी तरह यहां से हट रहे हैं.
माइक्रोसॉफ्ट के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर और कंपनी के दिग्गज सत्य नडेला ने एक रिलीज में कहा, ‘इतने सालों तक बिल के साथ काम करना और सीखना बेहद सम्मान और विशेषाधिकार की बात है.’ नडेला ने ये भी कहा कि गेट्स टेक्निकल एडवाइजर के तौर पर कंपनी से जुड़े रहेंगे और हम उनसे सलाह लेते रहेंगे.
गेट्स ने साल 2000 में माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ के पद से इस्तीफा दिया था और कंपनी की कमान Steve Ballmer को दी गई थी. साथ ही गेट्स ने साल 2014 में सत्या नडेला के माइक्रोसॉफ्ट का सीईओ के बनने के बाद ही चेयरमैन का पद भी छोड़ दिया था. बिल गेट्स का नाम दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में नियमित तौर पर रहता है. बताया जाता है कि 13 साल की उम्र से ही उन्होंने प्रोग्रामिंग शुरू कर दी थी.